गुरुवार, 30 मई 2013

देश हमारा सबसे प्यारा /




देश हमारा सबसे प्यारा


देश हमारा सबसे प्यारा
सबसे न्यारा सबका दुलारा /
आजादी के दीवानों ने-
इसे सजाया इसे संवारा /
यहीं हिमालय यहीं हैं गंगा /
डूबे सूरज निकले चन्दा/
चाहे जितने आये विदेशी /
डिगा ना पाए इसकी संस्कृति /
ऊँचें पर्वत समतल मैदान /
बहती नदियाँ तो कही पठार /
ग्रीष्म, शीत, बसंत, मेघ बरसते /
देवता भी जहाँ आने को तरसते /
आओ सब मिल कसमें खाएं /
इसे डूबने से हम बचाएं /
इसके खातिर मर मिटने से -
कभी नहीं हम घबराएँ /

माँ तुझे सलाम

रात को नींद न आनी थी न ही आई / ऐसे भी एक शादी-सुदा नौजवान जो पिछले दस महीने से नौकरी छुट जाने से बेकार घर पर बैठा हो उसके आँखों में नींद ना आना ही स्वाभाविक हैं /  सुबह ही एक नई नौकरी के लिए साक्षातकार देने शहर जाना था सो जल्दी उठ गया / नहा-धोकर पूजाघर में जाकर भगवान के सामने बैठा, आँखे बंदकर ध्यान लगाया तो भगवान के जगह पर पिताजी का कड़क चेहरा सामने आने लगा / तुरंत आँखे खोलकर प्रार्थना के कुछ शब्द बुदबुदाये तो पत्नी की खीच-खीच याद आने लगी  / जैसे -तैसे पूजा समाप्त कर उठा/ कपडे पहने / एक बार फिर  से जरुरी कागजातों पर नजर डाला/ फाइल को तैयार किया / तभी